छत्तीसगढ़ का कृषि छात्र विश्व खाद्य इंडिया में बना आकर्षण का केंद्र




विश्व खाद्य इंडिया में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधितव कृषियुग ने किया*


नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 – विश्व खाद्य इंडिया 2024 प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए कृषि क्षेत्र के छात्र तरुण साहू ने छत्तीसगढ़ की उन्नत कृषि पद्धतियों और खाद्य उद्योग में हो रहे बदलावों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया। यह आयोजन वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) द्वारा आयोजित किया गया था।

तरुण साहू, जो कि एक कृषि छात्र और स्टार्टअप कंपनी कृषियुग के निदेशक हैं, ने प्रदर्शनी में हिस्सा लेते हुए विभिन्न देशों के आयातकों और निवेशकों के साथ मिलेट, जैगरी पाउडर, और अन्य जैविक उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण समझौते किए। उन्होंने न केवल छत्तीसगढ़ के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया, बल्कि राज्य के छोटे और महिला किसानों को सशक्त बनाने का भी संकल्प दोहराया।

इसके अलावा, कृषियुग के निर्देशक तरुण साहू ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री चिराग पासवान से मुलाकात की और उन्हें छत्तीसगढ़ में बने जैविक उत्पाद भेंट किए। इस मुलाकात के दौरान, श्री पासवान ने कृषियुग को अपना मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान किया। यह मुलाकात कृषियुग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जो छत्तीसगढ़ और देश-विदेश में खाद्य उद्योग को आगे बढ़ाने में सहायक होगी।

कृषि छात्रों की भूमिका और महत्व:

तकनीकी नवाचार: आज के कृषि छात्र नवीनतम तकनीक और विज्ञान का प्रयोग कर कृषि में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि हो रही है, बल्कि कृषि उत्पादों की गुणवत्ता भी बेहतर हो रही है।

खाद्य सुरक्षा और नवाचार: कृषि छात्रों का योगदान न केवल उत्पादन तक सीमित है, बल्कि वे खाद्य प्रसंस्करण और विपणन में भी नए आयाम जोड़ रहे हैं, जिससे किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है।

वैश्विक बाजार में छत्तीसगढ़ की पहचान: कृषि छात्रों की पहल, जैसे कि कृषियुग, छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभा रही है। इससे राज्य के किसानों को नए बाजारों तक पहुंच मिल रही है और उनकी आय में बढ़ोतरी हो रही है।


तरुण साहू ने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ कृषि को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि हम किसानों को सशक्त बनाना और छत्तीसगढ़ के उत्पादों को विश्व भर में पहचान दिलाना चाहते हैं।”

इस तरह, कृषि क्षेत्र के छात्रों का योगदान न केवल राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण है, बल्कि वे भविष्य की कृषि को भी एक नई दिशा दे रहे हैं। विश्व खाद्य इंडिया में उनकी भागीदारी से यह स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ के कृषि छात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं।


-छत्तीसगढ़ के कृषि छात्रों और उनके प्रयासों के प्रति सम्मान और प्रोत्साहन देने का प्रयास है।

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Chuneshwar sahu